मधुमेह की दवा से बालों का झड़ना, बीटल के आक्रमण के बाद ही जड़ एकत्र करना

मधुमेह (डायबीटीज) पर पंकज अवधिया का साप्ताहिक स्तम्भ

बुधवार 13 जून, 2018

मधुमेह की दवा से बालों का झड़ना, बीटल के आक्रमण के बाद ही जड़ एकत्र करना

कुछ वर्षों पूर्व नेपाल के एक जाने माने वैद्य ने मुझसे परामर्श के लिए समय लिया और नियत समय पर मुझसे मिलने आ गए।

उन्होंने बताया कि वे मधुमेह की चिकित्सा में महारत रखते हैं और उनका फॉर्मूला पीढीयों पुराना है।

यह बेहद कारगर है।

वे प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों की चिकित्सा करते हैं और दूर-दूर तक उनका नाम है।

उन्होंने बताया कि उनके फार्मूले में एक दोष है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।

उनके फार्मूले के प्रयोग के 1 महीने के अंदर ही सिर के पूरे बाल झड़ जाते हैं।

यह जानते हुए भी वैद्य अपने मरीजों से बाल झड़ने पर कहते हैं कि ऐसा मधुमेह के कारण हो रहा है न कि उनके फार्मूले के कारण।

उन्होंने इंटरनेट पर मेरे द्वारा तैयार की गई मधुमेह पर वैज्ञानिक रपट विस्तार से पढ़ी और उसके बाद फिर मुझसे मिलने का मन बनाया।

उनको लगता था कि मैं उनके फार्मूले में सुधार कर सकता हूं और इस बड़े दोष को पूरी तरह से समाप्त कर सकता हूं।

मैंने उनसे कहा कि मैं आपकी पूरी मदद करूंगा।

उनके फार्मूले में 20 प्रकार की जड़ी बूटियां इस्तेमाल की गई थी जो कि मधुमेह की चिकित्सा में बेहद कारगर थी।

इनमें से मैंने पांच जड़ी बूटियों को अलग किया और उन्हें सलाह दी कि वे इन्हें फार्मूले से हटा दें और इनके स्थान पर दूसरी जड़ी बूटियां मिला लें।

इससे इस फार्मूले का दोष खत्म हो जाएगा।

और फार्मूले के प्रयोग से लोगों के बाल झड़ने रुक जाएंगे।

उन्होंने मेरी बात मानी और फार्मूले का नया स्वरूप लेकर वे वापस लौट गए।

6 महीने बाद उन्होंने मुझसे फिर से संपर्क किया और बताया कि इस परिवर्तन से फार्मूला और अधिक प्रभावी हो गया है लेकिन उसका दोष खत्म नहीं हुआ है।

इसलिए वे फिर से मुझसे मिलना चाहते हैं।

मैंने उन्हें मिलने का समय दे दिया।

इस बार मैंने कुकरौंधा नामक वनस्पति पर अपना ध्यान केंद्रित किया जिसे कि फार्मूले में दशम घटक के रूप में डाला गया था।

उन्होंने बताया कि हर बार शीत ऋतु में वे खाली मैदानों से इस पौधे की जड़ एकत्र करते हैं फिर उसे छांव में सुखाकर अपने फार्मूले में प्रयोग करते हैं।

मैंने उनसे पूछा कि क्या आप स्वस्थ पौधों से जड़ एकत्र करते हैं?

तो उन्होंने हां में जवाब दिया।

मैंने उन्हें सलाह दी कि हर बार इस पौधे में एक बीटल कीट का आक्रमण होता है।

यदि आप इस बीटल कीट के आक्रमण के बाद जड़ का एकत्रण करें तो जड़ के औषधीय गुण विशेष रूप से बढ़ जाते है।

मैंने पहचान के लिए उन्हें Blumea leaf beetle की तस्वीर दिखाई और वीडियो भी।

और उनसे कहा कि इस कीड़े को अच्छे से पहचान लें और जब प्राकृतिक रूप से इस कीट का आक्रमण कुकरौंधा के पौधों पर हो जाए तो उसके 7 दिन बाद आप जड़ों का एकत्रण करिए।

फिर इसे फार्मूले में उपयोग करिए।

मुझे विश्वास है कि  इससे बालों के झड़ने की समस्या का समाधान हो जाएगा।

उन्हें इस पारंपरिक ज्ञान पर बड़ा ही आश्चर्य हुआ पर उन्होंने इसे इसी रूप में अपनाने का वचन दिया।

वे वापस लौट गए और फिर 3 महीनों के बाद उन्होंने फिर से मिलने का समय लिया।

उन्होंने बताया कि अब फार्मूले का दोष खत्म हो गया है और लोगों को मधुमेह से निजात मिल रही है।

और साथ ही उनके बाल भी नहीं झड़ रहे हैं।

इस बार वे अपने साथ उपहार के रूप में 12 प्रकार के औषधीय चावल लेकर आए जिनका प्रयोग नेपाल में विभिन्न बीमारियों की चिकित्सा में होता है।

मैंने उन्हें इस उपहार के लिए धन्यवाद दिया।

©  पंकज अवधिया सर्वाधिकार सुरक्षित

यह श्रृंखला पंकज अवधिया के शोध ग्रंथ “My 100,000 cases of Diabetes in 25 years.” पर आधारित है।

परामर्श के लिए समय लेने के लिए ई मेल pankajoudhia@gmail.com

सम्बन्धित वीडियो

https://youtu.be/YOTsP7xNkVY

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